मनोहर लाल ने प्रजापिता ब्रह्मकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में की शिरकत
“चलो जलाएं दीप वहां, जहां अंधेरा घना हो” कविता…